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राजस्थान ख्यात साहित्य से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

राजस्थान  ख्यात साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

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ख्यात साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न 

 प्र.०१ राजस्थान इतिहास में ख्यात साहित्य का महत्वपूर्ण स्थान कौनसी शताब्दी में था ? 

उ.    १६ वीं शताब्दी। 


प्र.०२ ख्यात का सामान्य अर्थ क्या होता है ? 

उ.     ख्याती प्रतिपादित करना।  


प्र.०३ कथित साहित्य के नाम से कौनसा साहित्य प्रसिध्द है ? 

उ.    ख्यात साहित्य।  


प्र.०४ विस्तृत इतिहास होता है - 

उ.     ख्यात इतिहास।  ख्या


प्र.०५ संक्षिप्त इतिहास होता है -

उ.     वात। 


प्र.०६ ख्यात साहित्य को सुविधा की दृष्टि से कितने भागों में विभक्त किया जा सकता है ? 

उ.     ४। 


प्र.०७ उपलब्ध ख्यात साहित्य में सबसे पुरानी ख्यात किस लेखक की है ?

उ.     मुहणौत नैणसी। 


प्र.०८ मुहणौत नैणसी री ख्यात  साहित्य किस भाषा में लिखा गया है ? 

उ.     मारवाड़ी एवं डिंगल। 


प्र.०९ जोधपुर के महाराजा जसवंतसिंह प्रथम के दरबारी कवि एवं दिवान कौन थे ? 

उ.     मुहणौत नैणसी ।


प्र.१० मुंशी देवी प्रसाद ने मुहणौत नैणसी को क्या उपमा दी थी ? 

उ.    राजपुताने का अबुल फजल। 


प्र.११ समस्त राजपुताने का इतिहास किस ख्यात साहित्य में है ? 

उ.    नैणसी री ख्यात। 


प्र.१२ राजपुताने की ३६ शाखाओं का वर्णन किस ख्यात साहित्य में किया गया है  ? 

उ.     नैणसी री ख्यात। 


प्र.१३ मुहणौत नैणसी की दूसरी कृति कौनसी है ? 

उ.    मारवाड़ रा परगना री विगत ( गांवा री ख्यात )। 


प्र.१४ सर्वसंग्रह के नाम से कौनसी ख्यात प्रसिध्द है ? 

उ.    मारवाड़ रा परगना री विगत ( गांवा री ख्यात )। 


प्र.१५ राजस्थान का गजेटियर किस ख्यात साहित्य को कहा जाता है ? 

उ.      मारवाड़ रा परगना री विगत ( गांवा री ख्यात )। 


प्र.१६ राजस्थान के प्रथम ख्यात लेखक कौन था जिसने गढ़ व गढ़ियों का वर्णन किया था ? 

उ.     मुहणौत नैणसी। 


प्र.१७ बांकीदास किसका दरबारी लेखक था ? 

उ.     जोधपुर महाराजा मानसिंह राठौड़। 


प्र.१८ बॉंकीदास का नाथपंथी गुरु देवनाथ के साथ सम्पर्क कब हुआ था ? 

उ.     सन् १८०३।  


प्र.१९  जोधपुर महाराजा मानसिंह ने बॉंकीदास को कौनसा पुरस्कार देकर सम्मानित किया था ? 

उ.     लाखपसाव। 


प्र.२० बांकीदास री ख्यात अन्य किस नाम से प्रसिध्द है ? 

उ.    जोधपुर राज्य की ख्यात।  

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