Skip to main content

Posts

राजस्थान इतिहास के आधुनिक इतिहासकार से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

राजस्थान इतिहास के आधुनिक इतिहासकार से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न  RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के राजस्थान इतिहास के आधुनिक इतिहासकार से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न   प्र.०१  कर्नल जेम्स टॉड़ पहली बार राजस्थान में कहॉं आया था ?  उ.     उदयपुर।   प्र.०२ कर्नल जेम्स टॉड़ उदयपुर कब आया ?  उ.     १८०६ ई. में जून माह ।   प्र.०३ कर्नल जेम्स टॉड़ मेवाड़ और हाड़ौती का पॉलिटिकल एजेन्ट ( दक्षिण- पश्चिमी राजपूताने का रेजीडेन्ट ) कब नियुक्त हुआ ?  उ.     ८ मार्च १८१८ ई.।  प्र.०४ कर्नल जेम्स टॉड़ को सिरोही व मारवाड़ राज्यों का अतिरिक्त प्रभार कब दिया गया ?  उ.     ३ नवम्बर १८१९ ई.।   प्र.०५ कर्नल जेम्स टॉड़ के गुरु का नाम क्या था ?  उ.     गुरु ज्ञानचन्द्र। प्र.०६ कर्नल जेम्स टॉड़ की मृत्यु कब हुई थी ?  उ.     १७ नवम्बर १८३५ ई.।   प्र.०७ कर्नल जेम्स टॉड़ द्वारा रचित राजस्थान के इतिहा...

पुरालेखीय स्रोत से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

पुरालेखीय स्रोत से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न  RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के पुरालेखीय स्रोत     से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न   प्र.01 पुरालेखीय किस अंग्रेजी शब्द का हिन्दी रुपान्तर है ? उ.    Archives।  प्र.02 राजस्थान का पहला शासक कौन था जिसने मुगल सम्राट हुमायूं  के पुस्तकालायाध्यक्ष को नियुक्त किया था ? उ.     मारवाड़ का मालदेव।   प्र.03 वह  पुस्तकालायाध्यक्ष कौन था जिसे प्रथम बार मारवाड़ का शासक मालदेव ने नियुक्त किया था ?  उ.    मुल्ला सूर्ख।  प्र.04 19वीं एवं 20 वीं शताब्दी का साहित्य जो कि पुर्ण साहित्य था कहॉं पर सुरक्षित रखा गया है ?  उ.    राष्ट्रीय अभिलेखागार नई दिल्ली एवं राजस्थान राजकीय पुरा अभिलेखागार बीकानेर।    प्र.05  राजस्थान से सम्बंधित फरमान , मंसुर , निशान , खरीता , वकील रिर्पोट , बहियॉं कहॉं संरक्षित है ?  उ.       राष्ट्रीय अभिलेखागार नई दिल्ली एवं राजस्थ...

प्राकृत भाषा का ऐतिहासिक साहित्य / जैन साहित्य / रास साहित्य से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

 प्राकृत भाषा का ऐतिहासिक साहित्य / जैन साहित्य / रास साहित्य  से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के  जैन साहित्य / रास रास साहित्य  से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न  प्र.०१ नृत्य , गायन एवं अभिनय तीन कलाओं का समावेश किस प्रकार के साहित्य में मिलता है ? उ.     रास साहित्य ।  प्र.०२ सबसे प्राचीन रास साहित्य कौनसा है ?  उ.     रिपुदारणरास।  प्र.०३ रिपुदारणरास कौनसी सन् में लिखा गया था ?  उ.     ९०५ ई.।  प्र.०४ जैन साहित्य से संबंधित महत्वपूर्ण एवं अनमोल कृतियां कहॉं सुरक्षित है ?  उ.     महावीर पुस्तकालय , जयपुर।  प्र.०५ कक्कड़ सूरी ने कौनसा साहित्य लिखा था ?  उ.     नाभीनन्दन जिनोधार प्रबंध।  प्र.०६ नाभीनन्दन जिनोधार प्रबंध नामक पद्य काव्य कौनसी भाषा में लिखा गया है ?  उ.     संस्कृत भाषा।   प्र.०७ नाभीनन्दन जिनोधार प्रबंध नामक पद्य काव्य कितने भागों...

राजस्थान ख्यात साहित्य से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

राजस्थान   ख्यात  साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के ख्यात  साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न   प्र.०१ राजस्थान इतिहास में ख्यात साहित्य का महत्वपूर्ण स्थान कौनसी शताब्दी में था ?  उ.    १६ वीं शताब्दी।  प्र.०२ ख्यात का सामान्य अर्थ क्या होता है ?  उ.     ख्याती प्रतिपादित करना।   प्र.०३ कथित साहित्य के नाम से कौनसा साहित्य प्रसिध्द है ?  उ.    ख्यात साहित्य।   प्र.०४ विस्तृत इतिहास होता है -  उ.     ख्यात इतिहास।  ख्या प्र.०५ संक्षिप्त इतिहास होता है - उ.     वात।  प्र.०६ ख्यात साहित्य को सुविधा की दृष्टि से कितने भागों में विभक्त किया जा सकता है ?  उ.     ४।  प्र.०७ उपलब्ध ख्यात साहित्य में सबसे पुरानी ख्यात किस लेखक की है ? उ.     मुहणौत नैणसी।  प्र.०८ मुहणौत नैणसी री ख्यात  साहित्य किस भाषा में लिखा गया है...

राजस्थान वेलि साहित्य से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

राजस्थान वेलि   साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न  ऐतिहासिक वेलि साहित्य में राजा - महाराजओं , सामन्तों का वीररसपूर्ण वर्णन तथा जैन वेलि साहित्य में ऐतिहासिक , कथात्मक एवं उपदेशात्मक वर्णन मिलता है और इस वेलि साहित्य से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न इस लेख में दिये गये है जिन्हे पढ़कर किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा दि जा सकती है।  इस लेख में लगभग सभी प्रश्नों का समावेश किया गया है।  आशा करता हूं कि आप को ये लेख अच्छा लगेगा।   प्र.01 वेलि क्रिसन रुक्मिणी री साहित्य का लेखक कौन था ? उ.     पृथ्वीराज विजय।   प्र.02 कृष्ण एवं रुक्मिणी के प्रणय को तात्कालीन समाज के परिप्रेक्ष्य में पृथ्वीराज द्वारा लिखा गया साहित्य कौनसा            है ?  उ.     वेलि क्रिसन रुक्मिणी री साहित्य ।  प्र.03 वेलि क्रिसन रुक्मिणी री साहित्य को कौनसा वेद कहा जाता है ? उ.     पॉंचव...

राजस्थान रासो साहित्य से सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न

राजस्थान रासो   साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न RPSC, REET , PATWAR, TEACHER EXAM , ALL RAJASTHAN EXAM LEVEL के साहित्य से  सम्बन्धित महत्वपूर्ण प्रश्न   प्र.01 ग्यारहवीं शताब्दी में जैन कवियों द्वारा कौनसा साहित्य रचा गया था ?  उ.    रास साहित्य।   प्र.02 रास , रासक , रासउ , रासु , रासलउ , नामक साहित्य से किस प्रकार के साहित्य के बारे में जानकारी प्राप्त              होती है ?  उ.     प्रेम व श्रृंगारपरक साहित्य।   प्र.03 वीरतापरक काव्यों को कौनसे साहित्य की संज्ञा दी गयी है ?  उ.     रासो साहित्य।   प्र.04 रासो साहित्य किस राज्य की देन है ?  उ.     राजस्थान।   प्र.05 रासो शब्द की व्यूत्पत्ति विद्वानों ने किन शब्दों से मानी है ?  उ.     राजसूय , रहस्य , रसायण , राजादेश , राजयज्ञ , राजयश।   प्र.06 पृथ्वीराज रासो साहित्य किसके द्वारा रचित है ?  उ.     पृथ्...

राजस्थान के शोध संस्थान एवं संग्रहालय , भाग : 1

                    राजस्थान के शोध संस्थान एवं संग्रहालय  1. केन्द्रीय संग्रहालय ( एल्बर्ट हॉल म्यूजियम ), जयपुर  एल्बर्ट हॉल म्यूजियम की शुरुआत महाराजा रामसिंह द्वितीय के शासनकाल में 1876 में प्रिन्स एल्बर्ट द्वारा की गयी थी।  इसे राजस्थान का प्रथम संग्रहालय कहा जाता है ।  इसे एडवर्ड बेडफोर्ड ने जनता के लिये 1886 ई. में खोला था।  शुरुआती दौर में यह म्युजियम शौक्षणिक संस्था के रुप में अस्तित्व में आया था, जिसमें कई देशों से इतिहास , भू - गर्भशास्त्र , अर्थशास्त्र , कला कौशल आदि विषयों पर आधारित साम्रगी मंगवायी थी।    इसे केन्द्रीय संग्रहालय का रुप स्वतंत्रता के बाद दिया गया था । इस संग्रहालय में मिस्र की प्राचीनकालीन ' ममी ' रखी हुई है जो अद्भूत है। यह राज्य का 125 साल पुराना व सबसे बड़ा संग्रहालय होने के कारण यह राजस्थान की प्राचीन कला औए वास्तुशिल्प की कथा व्यक्त करता है । यह संग्रहालय होने के साथ ही मान्यूमेंट होने के कारण विजिटर्स के लिये आकर्षण का केन्द...